केसर (Kesar) के स्वास्थ्य लाभ -
Saffron Health Benefits -
केसर (saffron) एक ऐसा नाम हैं जिसे सुनते ही हर कोई अपनी गर्दन ऊँची कर लेता हैं। क्यूंकि केसर दुनिया का सबसे महंगा मसाला हैं। और यह बेशकीमती मसाला भारत की शान हैं, क्यूंकि केसर की सबसे उत्तम और महंगी किस्म होती हैं कश्मीरी केसर (Kashmiri Kesar) जो अपने रंग, स्वाद और औषधीय गुणों के लिए विश्व भर में प्रसिद्द हैं।
प्राचीन काल से केसर (saffron) कई साम्राज्य जैसे यूरोप, यूनान और पर्शिया में मशहूर रहा हैं। आज दुनिया भर में कई देशों में केसर की खेती की जाती है, विशेष रूप से ग्रीस, तुर्की, ईरान, स्पेन, इटली, फ्रांस और भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में।
केसर (Kesar) का वैज्ञानिक नाम क्रोकस सैटिवस (Crocus sativus) हैं यह family - Iridaceae में क्रोकस जीनस (Crocus genus) के फूल वाले पौधे की एक प्रजाति है। क्रोकस सैटिवस का पौधा लगभग 15-20 सेंटीमीटर की ऊंचाई तक का होता है और यह बारहमासी पौधा हैं जिसमे लैवेंडर रंग के फूल उगते है, यह फूल अक्टूबर से नवंबर तक की सीजन में आते है। केसर (Kesar) असल में इस फूल के अंदर उगने वाले फिलामेंट्स को कहते है। लगभग 1 किलोग्राम केसर के उत्पादन के लिए 60,000 फूलों की आवश्यकता होती है, इस पौधे को उगने के लिए वर्षा के साथ ठंडी, शुष्क जलवायु की जरुरत होती हैं साथ ही अछि उपजाऊ मिट्टी की भी जरुरत होती हैं।
केसर (Kesar) का अलग स्वाद ओर इसकी खुशबू इसमें मौजूद रासायनिक यौगिकों जैसे - पिक्रोक्रोसीन (picrocrocin), और सफ़रनल (safrana) से प्राप्त होता है । केसर का सुनहरी पीला रंग कैरोटीनॉइड रासायनिक यौगिक क्रोसीन (crocin) से आता हैं जो प्रचुर मात्रा में मिलता हैं।
केसर में पाए जाने वाले पोषक तत्व -
केसर (Kesar) कई सारे ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर हैं विटामिन्स, एंटी ऑक्सीडेंट, प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
केसर में मिलने वाले Minerals -
केसर में आवश्यक खनिजों की प्रचुर मात्रा पाई जाती हैं जैसे - कैल्शियम (calcium), लोहा (iron), मैंगनीज (manganese), तांबा (copper), पोटेशियम (potassium), मैग्नीशियम (magnesium), जस्ता (zinc) जैसे खनिजों का एक समृद्ध स्रोत हैं। इनसब में Manganese और Iron सबसे अधिक मात्रा में मिलता हैं।
केसर में मिलने वाले Vitamins -
केसर (saffron) में आपको विटामिन C, A अछि मात्रा में मिलते हैं। केसर में विटामिन B भी उच्च मात्रा में मिलते हैं जैसे -- नियासिन (Niacin), pyridoxine (vitamin B-6), पैंटोथेनिक एसिड (pantothenic acid), राइबोफ्लेविन (riboflavin), and थियामिन (thiamin).इन सब में केसर विटामिन C का सबसे अच्छा स्त्रोत हैं।
केसर में मिलने वाले बायो एक्टिव यौगिक -
केसर (saffron) में कई एंटीऑक्सिडेंट व यौगिक होते हैं जिन्हें रोग को रोकने और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। उनमें मे सबसे महत्वपूर्ण कैरोटीनॉयड यौगिक α-crocin, ज़ेक्सैन्थिन, लाइकोपीन, α- और ß-कैरोटीन शामिल हैं। यह एंटीऑक्सिडेंट मानव शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं। एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर में ऑक्सीडेटिवे -प्रेरित स्ट्रेस, से होने वाले रोगो से बचाते हैं जैसे - कैंसर, संक्रमण, ह्रदय रोग, इम्युनिटी की कमी आदि । केसर (saffron) के फूल से कई आवश्यक तेल मिलते हैं, जैसे - सिनोल (cineole), फेनेथेनॉल (phenethenol), पिनीन(pinene), बोर्नियोल (borneol), गेरान्योल (geraniol), लिमोनेन (limonene), पी-सीमेन (p-cymene), लिनालूल (linalool), टेरपिनन (terpinen), आदि।
केसर के फायदे -
केसर मानसिक अवसाद को कम कर सकता हैं -
केसर (Kesar) व्यस्त जीवन बढ़ते तनाव (Tension), अवसाद (Dipression) और मानसिक परेशानियों से राहत दिला सकता हैं। आयुर्वेद के मुताबित केसर (saffron) एंटीडिप्रेसेंट दवाओं को बनाने के लिए इस्तेमाल की जाता हैं। यह आपका तनाव और उससे जुडी बिमारियों के इलाज में सहायक हैं। केसर में मुख्य रूप से मिलाने वाले दो यौगिक crocin और safranal प्रभावी रूप से सेरोटोनिन (serotonin), डोपामाइन (dopamine) और नॉरपेनेफ्रिन (norepinephrine) जैसे हमारे दिमाग के घटको को उत्तेजित करने में मदद कर सकता है।
केसर (saffron) ह्रदय स्वस्थ रखने मे सहायक हैं -
केसर (saffron) में पोटेशियम की प्रचुर मात्रा होती हैं, केसर का सेवन रक्त को पतला करने में मदद करता है, यह रक्तचाप को कम करता है और ह्रदय को स्वस्थ रखता हैं और ह्रदय की बीमारियां जैसे दौरे और स्ट्रोक को रोकता है। यह धमनियों और रक्त वाहिकाओं को भी स्वस्थ रखता हिन् और रूकावट को दूर करता हैं।
केसर (saffron) में Vitamin C प्रचुर मात्रा में हैं -
विटामिन सी क्षतिग्रस्त ऊतकों की मरम्मत और महत्वपूर्ण न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन के लिए उपयोग किया जाने वाला एक अविश्वसनीय पोषक तत्व है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली ( Immune System ) के समुचित कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका उपयोग कोलेजन के निर्माण में लाइसिन और प्रोलिन के हाइड्रॉक्सिलेशन में आवश्यक एंजाइम के लिए एक कोफ़ेक्टर के रूप में किया जाता है।
केसर में लोहा (Iron) प्रचुर मात्रा में हैं -
जिस तरह से लोहा ( Iron ) नाम ही मजबूती का प्रतिक हैं शरीर में भी इसका विशेष कार्य हैं, मुख्य रूप से आयरन रक्त में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए आवश्यक है और पोषक तत्वों से ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए महत्वपूर्ण है ! लोहा या आयरन मनुष्य के आहार में प्रमुख रूप से जरुरी हैं क्योंकि यह हीमोग्लोबिन ( Hemoglobin ) के निर्माण के लिए आवश्यक है। हीमोग्लोबिन की कमी के कारण एनीमिया रोग हो जाता है। लाल रक्त कोशिकाएं ( Red Blood Corpuscles ) हीमोग्लोबिन ( Hemoglobin ) युक्त होती हैं लाल रक्त कोशिकाओं में युक्त हीमोग्लोबिन पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है।
केसर में लोहा मैंगनीज प्रचुर मात्रा में हैं -
मैंगनीज ( Manganese ) मेटाबोलिस्म में कई एंजाइमों को सक्रिय करने में मदद करता है और आपके शरीर में विभिन्न रासायनिक प्रक्रियाओं में भूमिका निभाता है। यह प्रोटीन और अमीनो एसिड पाचन और उपयोग के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल और कार्बोहाइड्रेट के मेटाबोलिस्म में मदद करता है
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